आज की इस पोस्ट में हम आपके लिए Osho Motivational Quotes in Hindi लेकर आए हैं। वैसे तो ओशो की बहुत सारे विचार हैं जो हमें जीवन के बहुत अच्छे सबक सिखाते हैं।
लेकिन इस पोस्ट में हम आपके लिए 10+ ओशो के बेहतरीन प्रेरणादायक विचारों का कलेक्शन लेकर आए हैं। इन विचारों से हमें क्या शिक्षा मिलती है इसके बारे में भी हम आपको जानकारी देंगे इसलिए ओशो के इन विचारों को एक बार जरूर पढ़ें।
ओशो के बारे में
आप में से शायद बहुत से लोगों को यह बात पता ना हो लेकिन ओशो का असली नाम रजनीश चंद्र मोहन जैन था। ओशो भारत के एक क्रांतिकारी आध्यात्मिक गुरु और महान विचारक थे। उनके तर्क और बुद्धि के सामने कोई नहीं टिक पाया।
उन्होंने अपने जीवन काल में जिन भी विषयों के बारे में बातें करी वह एक पहलू में बहुत ही सही थी और जो लोग उन्हें समझ नहीं पाए वह उनके विरुद्ध हो गए लेकिन बहुत से लोग ऐसे भी हैं और ऐसे भी थे जिन्होंने ओशो की राह को अपनाया, उनकी बातों को माना और उनके विचारों के साथ जिंदगी को जीना शुरु किया। इसी सिलसिले को आगे बढ़ते हुए चलिए अब उनके विचारों को पढ़ा जाए।
Osho Motivational Quotes in Hindi For Life
1- “किसी के साथ किसी भी तरह की प्रतियोगिता की कोई ज़रूरत नहीं है। तुम जैसे हो बेहतर हो। अपने आप को स्वीकार करो।”

सीख: इस विचार के माध्यम से ओशो समझाना चाहते हैं कि हमें किसी से अपने आप को कंपेयर नहीं करना चाहिए और ना ही किसी से किसी तरह की प्रतियोगिता रखनी चाहिए। हम जैसे भी हैं अपने आप में बहुत बेहतर हैं, हमारे जैसा शायद ही कोई और हो। इसलिए आप जैसे हैं खुद को स्वीकार करें।
दूसरों से बेहतर बनने या दूसरों से ज्यादा करने के चक्कर में ना रहे जितना मिला है बहुत है। अपनी ताकत के अनुसार चीजों को पाने की कोशिश करें। दूसरों के चक्कर में रहकर या दूसरों को देखकर जरूरत से ज्यादा करने की कोशिश ना करें क्योंकि कभी-कभी ऐसा करने से फायदा नहीं बल्कि नुकसान हो जाता है।
2- “मूर्ख हमेशा दूसरों पर हंसते हैं और बुद्धिमान खुद पर।”
सीख: जो व्यक्ति बुद्धिमान होता है वह जानता है कि उसके अंदर क्या कमी है और क्या खूबी। इसके विपरीत एक मूर्ख व्यक्ति हमेशा खुद को ज्ञानी और सबसे ऊपर समझता है और दूसरों का मजाक उड़ाते रहता है। अज्ञानी व्यक्ति सोचता है कि उसे ही सब कुछ पता है और दूसरे मूर्ख हैं बल्कि होता इसका उल्टा है।
3- “जितनी ज्यादा गलतियां हो सकें उतनी करो। बस एक बात ध्यान रखना की एक ही गलती बार बार ना हो और देखना तुम प्रगति कर रहे होगे।”
सीख: गलती करने से हमें सीख मिलती है लेकिन एक ही गलती को बार-बार करना शिक्षा नहीं बल्कि बेवकूफी कहलाता है। ओशो कहते हैं कि आप भले कितनी ही गलतियां क्यों ना करें लेकिन इस बात को हमेशा मन में बिठा कर रखें कि एक ही गलती बार बार ना हो।
यदि आप ऐसा करते हैं तो इसका मतलब है कि आप अपनी गलतियों से कुछ भी सीख नहीं रहे हैं और अगर आप अपनी गलतियों से नहीं सीखेंगे तो जीवन में कभी सफल नहीं हो पाएंगे और ना ही प्रगति कर पाएंगे। इसलिए अपनी गलतियों से सबक लें और उन्हें याद रखें तभी जीवन में तरक्की मिलेगी।
4- “दूसरों से अपनी तुलना कभी ना करें, क्योंकि की हर फल का स्वाद अलग अलग होता है।”
सीख: ओशो का विचार सीखाता है कि जिस तरह हर फल का अपना एक स्वाद होता है, अपनी एक पहचान होती है उसी तरह हर इंसान का चरित्र भी वैसा ही होता है इसलिए हमें अपने आप को दूसरों से कभी कंपेयर नहीं करना चाहिए क्योंकि हम खुद में यूनिक हैं और दूसरों से बेहतर हैं।
5- “खुद से प्यार करो और खुद का सम्मान करो क्योंकि तुम्हारे जैसा व्यक्ति ना हुवा है और ना ही आगे होगा।”

सीख: हम सभी इस बात को लेकर तरसते हैं कि कोई हमें भी प्यार करें और हमारा भी सम्मान करें और जब ऐसा नहीं होता है तो हमें दुख होता है। दूसरों के सम्मान और प्यार के पीछे ना भागें बल्कि पहले खुद को प्यार करना सीखें, खुद का सम्मान करें क्योंकि आपके जैसा व्यक्ति इस दुनिया में कोई और नहीं है और ना ही कभी होगा इसलिए खुश रहना है तो पहले खुद को प्यार करना सीखें।
6- “जिंदगी में आप जो करना चाहते हैं उसे जरूर करें, कभी ये ना सोचें की लोग क्या कहेंगे क्योंकि लोग तो तब भी कुछ कहेंगे जब आप कुछ नही करेंगे।”
सीख: लोग क्या कहेंगे ऐसा सोचकर हम कई बार अपने कदम पीछे हटा लेते हैं। हम यह बात भूल जाते हैं कि हम चाहे जीवन में कुछ करें या ना करें लोग फिर भी हमारे बारे में कुछ ना कुछ बातें बनाते ही रहेंगे क्योंकि लोगों का काम है कहना और वह हमेशा कहते रहेंगे। इसलिए लोग क्या कहेंगे यह ना सोचे बल्कि जो करना है उसकी शुरुआत करें।
Osho Ke Prernadayak Vichar Hindi Mein
7- “जो इंसान सब कुछ जानता है मगर खुद को नहीं जानता असल में वो अज्ञानी है।”
सीख: अज्ञानता का सबसे बड़ा कारण है खुद को ना जानना। हम पूरी दुनिया को जानने की कोशिश करते हैं, लोगों को समझने की कोशिश करते हैं पर खुद को ही ठीक से नहीं जानते। दूसरों को जानना, इस दुनिया को जानना ही सब कुछ नहीं है बल्कि पहले खुद को जानें, इस दुनिया में आप क्यों आए हैं, आपको क्या करना है, यह जानना भी जरूरी है।
8- “वह इंसान जो अकेले रहकर भी खुश है असल में वही इंसान कहलाने के योग्य है।”

सीख: जीवन में कुछ पल ऐसे आते हैं जब हमें अकेले जीना होता है लेकिन जिन लोगों को अकेले जीने की आदत नहीं होती या हर वक्त किसी के साथ की जरूरत पड़ती है वह ऐसी स्थिति में डिप्रेशन में चले जाते हैं। ओशो कहते हैं कि इंसान असल में वही है जो अकेले भी खुश रह सकता है। इसलिए जीवन में अकेले रहना भी सीखें, ऐसा नहीं है कि हर परिस्थिति में कोई ना कोई आपके साथ होगा, खुद को मजबूत बनाएं और अकेले रहना सीखें।
9- “परिणाम पाने हैं तो हमेशा आगे बढ़ते रहें। भगवान की मर्जी से ही हर काम पूरे होते हैं।”
सीख: मानो या ना मानो लेकिन हमारे जीवन में जो भी होता है वह ऊपर वाली की मर्जी से होता है लेकिन उसके लिए कर्म हमें ही करने पड़ते हैं। परिणाम पाने के लिए कर्म करना जरूरी है और जब भगवान की मर्जी होगी तो आपके कर्मों का फल आपको अवश्य मिल जाएगा।
10- “बुद्धि कभी भी एक सीमा में रहने से नही बड़ती, बुद्धि हमेशा प्रयोगों और चुनौतियों को अपनाने से बड़ती है।”

सीख: ओशो प्रेरणादायक विचार सीखाता है कि जीवन में प्रैक्टिकल नॉलेज होना बहुत जरूरी हैकर्म आप किताबी ज्ञान भले कितना ही ले लें लेकिन उसकी अपनी एक सीमा होगी लेकिन जब तक आप प्रेक्टिकल नहीं करेंगे, चीजों को खुद से करके समझेंगे नहीं, तब तक आपकी बुद्धि का विकास नहीं हो सकता। इसलिए सिर्फ किताबी ज्ञान पर ना रहे, बल्कि प्रयोग करें, चुनौतियों का सामना करें और खुद से सीखें।
11- “अगर आप खुद की तुलना दूसरों से करना छोड़ दें तो निश्चित रूप से जिंदगी खूबसूरत है।”
सीख: बहुत से लोगों की आदत ऐसी होती है वो दूसरों को जो मिला है उसी तुलना खुद की चीजों से करते हैं, जैसे अगर किसी के पास बाइक है तो वह दूसरे की कार को देखकर जलते हैं और सोचते हैं कि मैं कार कब लूंगा, ऐसी बाते सोच कर वो मन ही मन अपनी परिस्तिथियों और जीवन से चिढ़ने लगते हैं।
उन्हें लगता है उपरवाले ने सबकुछ दूसरों को दिया है और उनके हिस्से कुछ नहीं आया। दोस्तों, अगर जीवन को अच्छे से जीना है तो तुलना करना छोड़ दें क्योंकि आपकी अपनी जिंदगी भी खूबसूरत है ऊपर वाले ने आपको जो दिया है वह बहुत है। दूसरों से तुलना करके खुद को कभी दुखी ना करें।
आई होप Osho Motivational Quotes in Hindi कि हमारी यह पोस्ट आपको पसंद आए और आपको इससे कुछ अच्छा सीखने को मिले। ऐसे ही और भी प्रेरणादायक विचार पढ़ने के लिए इस ब्लॉग से जुड़े रहें।
People Also Ask
Ans- ओशो ने अपना जीवन एक संन्यासी की तरह जिया और कभी विवाह नहीं किया।
Ans- मूल रूप से ओशो मध्य प्रदेश के कुचवाड़ा गाँव (जिला रायसेन) के रहने वाले थे।
Ans- ओशो की मृत्यु 58 वर्ष की उम्र में 19 जनवरी 1990 को पुणे, महाराष्ट्र में हुई।
