जीवन के हर सबक किताबों में नहीं मिलते और जो सबक किताबों में नहीं मिलते वो हम आपके लिए Short motivational stories के जरिए लेकर आए हैं। खुद को मजबूत करने के लिए सिर्फ ताकत की जरूरत नहीं होती बल्कि कई बार प्रेरणा की एक छोटी सी रोशनी ही हमें बहुत मजबूत कर देती है।
आज जो हम short stories in hindi लेकर आए हैं उन्हें पढ़कर आप जीवन के बहुत महत्वपूर्ण सबक सीखेंगे। इन प्रेरणादायक कहानियों को एक बार जरूर पढ़ें और share भी करें।
1- उल्टी सोच (शॉर्ट मोटिवेशनल कहानी)
एक व्यक्ति था जिसके पास सेब के बगीचे थे। जिन्हें बेचकर वो बहुत पैसे कमाता था। लेकिन वो व्यक्ति हमेशा दुखी रहता। कभी ज्यादा बारिश हो जाती, कभी सूखा पड़ जाता, कभी बाढ़ आ जाती और कभी उसकी फसल में कीड़े लग जाते।
जब भी उसकी फसल खराब होती तो वो भगवान को कोसते रहता। अगर किसी साल सेब की फसल अच्छी होती तो बाजार में दाम गिर जाते और मुनाफा कम हो जाता, जिससे वह व्यक्ति और दुखी हो जाता।
लेकिन एक साल सब कुछ ठीक हुवा….ना ज्यादा धुप, ना ज्यादा बारिश, ना ही बाढ़ आयी और ना ही फसल में कीड़े लगे और बाजार में सेब के दाम भी अच्छे मिल गए। हर किसी ने खूब पैसा कमाया। लेकिन इस बार भी वह व्यक्ति पहले की तरह दुखी और परेशान था।
उसे दुखी देख उसके पडोसी ने उससे कहा, “अरे भाई, अब तो खुश हो जाओ। जिंदगी में ऐसे सेब कभी देखे भी नहीं थे। सभी सेब लगाने वाले खुश हैं, उनके पास पैसों की कोई कमी नहीं है लेकिन तुम क्यों दुखी हो, और ऊपर वाले को क्यों कोस रहे हो…?”
वो व्यक्ति बोला, “ये लोग नासमझ हैं जो खुश हो रहे हैं। उन बेवकूफों ने शायद इस बात पर गौर नहीं किया की इस साल कोई भी सेब सड़े नहीं हैं, जरूरत से ज्यादा सब हुवे हैं जिनको हमें जानवरों को खिलाना पढ़ रहा है। हर साल जानवरों को खराब फल खिलाकर काम चला लेते थे और इस साल सेब बहुत अच्छे हुवे हैं हमारे बाप-दादाओं ने कभी भी इतने अच्छे फल जानवरों को नहीं खिलाये। हाय इस साल तो में लुट गया।”
इस प्रेरक कहानी से मिलने वाली शिक्षा:
ये कहानी सिखाती है की जिस व्यक्ति को रोने की आदत होती है, वो रोने का कोई ना कोई बहाना ढूंढ ही लेता है। कहने का मतलब है की जो व्यक्ति उलटी सोच का होता है उसे अपनी ख़ुशी में भी सिर्फ दुःख ही दिखाई देता है और उसके पास सिर्फ रोने की वजह ही होती है।
शिकायती लोग दिल के भी छोटे होते हैं वो अपना फायदा दूसरों के साथ बाँट भी नहीं पाते। ऐसे लोग सिर्फ अपने फायदे के बारे में ही सोचते हैं और वो नहीं चाहते की उनकी वजह से किसी और को किसी भी तरह का कोई फायदा है। इसलिए अपनी सोच को सीधा करिये, उल्टी सोच इंसान को सिर्फ दुःख और जलन ही देती है। Positive सोच हर व्यक्ति को खुश रखती है।

2- एक रुपया (Best Motivational Story)
एक बार एक व्यक्ति था जो भगवान को बहुत मानता था। एक दिन उसने ठान ली की वो भगवान को खुश करके रहेगा और उनके दर्शन करेगा। अपनी इस इच्छा को पूरी करने के लिए वह एक बड़े से पहाड़ में चढ़ गया और वहां जाकर भगवान की पूरे दिल से पूजा करने लगा।
उसने तीन-चार महीने पूरे दिल से भगवान की तपस्या करी लेकिन भगवान प्रसन्न नहीं हुए। फिर एक दिन उसे गुस्सा आ गया वह उस पहाड़ की चोटी पर चढ़ा और वहां से चिल्लाया, “भगवान मुझे पता है कि आप यहीं कहीं निवास करते हैं। मुझे अपने दर्शन दीजिए वरना मैं यहां से कूद कर अपने आप को आपके हवाले कर दूंगा।”
उसकी भक्ति और विश्वास को देखकर भगवान खुश हुए और उसके सामने प्रकट हो गए। भगवान को देखकर वह भक्त बहुत खुश हुआ और उसने झट से एक सवाल पूछा, “भगवान, आपके लिए दिन, महीनों और सालों की value क्या है।”
भगवान बोले, “मेरे लिए इन सब की वैल्यू बस ‘1 मिनट’ के बराबर है..!!”
भक्त ने फिर सवाल किया, “भगवान आपके लिए हजारों, लाखों, करोड़ों रुपयों की value क्या है।”
भगवान बोले, “इन सब की वैल्यू मेरे लिए ‘बस एक रुपए’ जितनी है।”
भक्त बोला, “भगवान, मैं यहां तक आया, मैंने आपको प्रसन्न किया, बदले में आप मुझे बस एक रुपया दे दो।”
भगवान बोले, “ठीक है, बस तुम एक मिनट रुको।”
इस मोटिवेशनल कहानी छोटी सी से मिलने वाली सीख:
माँगा हुवा हमे कब मिलेगा ये कोई नहीं जानता लेकिन मेहनत करके कमाया हुवा हमे इसी life में मिल जायेगा इसलिए मांगना छोड़ो और मेहनत करो। वार्ना आप उस मांगे हुवे एक रूपये के चक्कर में अपनी लाइफ का वो कीमती 1 minute भी बर्बाद कर दोगे जो आपको इस संसार में बिताना है।
हमेसा याद रखें की हमारी मेहनत ही हमारी असली कमाई है। समय से पहले और नसीब से ज्यादा कभी किसी को नहीं मिलता। जब तक कुछ करोगे नहीं तब तक कुछ मिलेगा भी नहीं। भगवान भी उसी को देता है जो खुद के लिए कुछ करता है क्यंकि इस दुनिया में मांगने वालों की कमी नहीं है, कमी है तो सिर्फ करने वालों की। अपनी मेहनत को अपना भगवान बनाओ और उसका रिवॉर्ड एक ना एक दिन आपको जरूर मिलेगा।
3- ज्यादा कब मिलेगा Short Hindi Motivational Story
एक छोटा बच्चा अपनी मां के साथ दुकान पर सामान लेने गया। सामान लेकर वो वापस आने लगे तो दुकानदार ने बच्चों को देखकर उसके सामने एक टॉफी का डब्बा खोला और कहा, “ये लो बेटा अपने लिए टॉफियां ले लो ..?”
लेकिन बच्चे ने टॉफियां लेने से मना कर दिया।
दुकानदार सोचने लगा कि बच्चा टॉफियां लेने में झिझक रहा है तो उसने डब्बे में हाथ डाला और उसमें से टॉफियां निकाल कर बच्चों को दे दी। इस बार बच्चे ने झट से हाथ आगे बढ़ाया और टॉफियां लेकर अपनी जेब में डाल ली।
जब वह घर पहुंचे तो उसकी मां ने उससे पूछा, “जब अंकल ने तुम्हें टॉफियां लेने को कहा तो तुमने नहीं ली लेकिन जब उन्होंने खुद अपने हाथ से टॉफियां दी तो तुमने सब अपने पास रख ली, ऐसा क्यों?”
अपनी मां का सवाल सुन वह बच्चा बोला, “मां, मेरे हाथ छोटे हैं अगर मैं उस डब्बे में अपना हाथ डालता तो मेरे हाथ में दो-तीन टॉफियां ही आती लेकिन अंकल के हाथ बड़े थे जब उन्होंने टॉफियां दी तो मेरे पास ढेर सारी टॉफियां आ गई।”
इस स्टोरी से मिलने वाली शिक्षा:
यह कहानी हमें सिखाती है कि जब ऊपर वाला हमें अपनी मर्जी से देता है तो वह हमारी सोच से भी ज्यादा होता है। हमें हमेशा ऊपर वाले की मर्जी से खुश रहना चाहिए। क्या पता वह किसी दिन हमें पूरा समुद्र देना चाहता हो और हम हाथ में चम्मच लेकर खड़े हों।
इसलिए अपने कर्मों और उपरवाले पर हमेसा भरोसा रखें। सही वक़्त आने पर वो आपको भी वो सब कुछ देगा जिसके लायक आप होंगे। अपनी जिंदगी में किसी चीज़ के खो जाने या ना मिल पाने का गम कभी ना करें क्यूंकि हमे ऊपर वाला वही देता है जो हमारे लिए सही होता है। अपने समय का इंतजार करें जब आपको मिलना होगा तब आपकी जरूरत से ज्यादा मिलकर रहेगा।
A Blind Boy (4th story out of 5 Motivational Stories)
एक 18 साल का लड़का, ट्रैन की खिड़की से बाहर देखकर चिल्लाया, “डैड, देखो पेड़ पीछे की तरफ जा रहे हैं।”
उसके पिता ने लड़के की तरफ देखा और एक छोटी सी smile दी।
पास में बैठा एक व्यक्ति उस लड़के की बचकानी बातें सुन रहा था। वो लड़का फिर से चिल्लाया, “डैड, देखो बदल हमारे साथ-साथ चल रहे हैं।”
इस बार फिर उसके पिता ने कुछ नहीं कहा और बस smile दे दी। पास में बैठे उस व्यक्ति से रहा नहीं गया और उसने उस लड़के के पिता से कहा की, “आप अपने लड़के को किसी अच्छे Doctor के पास क्यों नहीं ले जाते।”
वो व्यक्ति मुस्कुराया और बोला, “हाँ मैंने Doctor को दिखाया और हम अभी हॉस्पिटल से ही आ रहे हैं। मेरा लड़का जन्म से अँधा था और आज हम उसकी आँखों का operation करवा कर वापिस घर जा रहे हैं।”
इस स्टोरी से मिलने वाली प्रेरणादायक शिक्षा-
यह कहानी सिखाती है कि हमें कभी भी किसी के बैकग्राउंड को जाने बिना उन्हें जज नहीं करना चाहिए। इस दुनिया में हर किसी की अपनी कोई कहानी होती है जिसके बारे में हमें पता नहीं होता, इसलिए किसी के बारे में जाने बिना हमें अपनी कोई राय नहीं बननी चाहिए और लोगों को जज नहीं करना चाहिए।
किसी के बारे में जाने बिना उन्हें सिर्फ अपनी कल्पनाओं के आधार पर जज करना सही बात नहीं है क्योंकि कभी कभी सच हमारी सोच से बहुत अलग होता है। हम अक्सर पूरी बात जाने बिना ही लोगों के बारे में खुद ही कहानियां बनाना शुरू कर देते हैं।
किसी को judge करना या किसी के बारे में बातें बनाना एक बहुत बुरी आदत है। इस तरह के लोगों से हमेसा दूर रहना चाहिए जो लोगों के बारे में बिना सोचे बातें बनाता हो और जो दूसरों की बातों को इधर उधर करता हो।
5- छोटी छोटी गलतियों से बचो (Short Motivational Story)
एक बार की बात है, दो बहुत ही अच्छे दोस्त थे। उनकी दोस्ती के चर्चे पूरे गांव में थे। वो सारा दिन एक साथ ही रहते, साथ स्कूल जाते, साथ में ही खाते और एक-दूसरे की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते। एक बार उन दोनों को किसी काम से दूसरे गांव जाना पड़ा।
दूसरे गांव जाने के रास्ते में एक नदी पड़ती थी जिसको पार करने के लिए दोनों एक नाव पर सवार हो गए। वो दोनों खुद की नाव चला कर नदी पार करने लगे। सब कुछ अच्छा चल रहा था, दोनों बातें करते हुए अपने सफर में आगे बढ़ रहे थे लेकिन बातों-बातों में उनके बीच किसी बात को लेकर असहमति हो गई और वो दोनों बहस करने लग गए।
बहस इतनी बढ़ गई कि एक दोस्त ने ग़ुस्से में आकर चप्पू उठाया और ज़ोर से नाव के बीच में दे मारा। चप्पू नाव में इतनी ज़ोर से लगा जिसकी वजह से नाव में छेद हो गया और नाव में पानी भरने लग गया।
धीरे-धीरे नाव डूबने लगी, दूसरा दोस्त बोला, “अरे बेवकूफ़, तूने ये क्या कर दिया? नाव डूब रही है अब हम इस नदी को कैसे पार करेंगे?”
वो दोस्त बोला, “ग़ुस्से में मुझसे ये छोटी सी गलती हो गई, मुझे माफ कर दे।”
थोड़ी देर बाद नाव डूब गई। उन दोनों को पानी में तैरता हुआ देख एक दूसरे नाववाले ने उनकी जान बचा ली। किनारे में आने के बाद दूसरा दोस्त बोला, “आज तुम्हारी एक छोटी सी गलती की वजह से हमारी जान भी जा सकती थी।”
इस कहानी से मिलने वाली प्रेरणादायक शिक्षा:
हम अक्सर छोटी-छोटी गलतियों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं लेकिन छोटी गलतियां ही हमारे जीवन में बहुत बुरा असर डालती हैं। हमें अपनी जिंदगी की हर छोटी से छोटी गलतियों पर ध्यान देना चाहिए। हम बहुत सी ऐसी गलतियां करते हैं जो दिखने में बहुत छोटी होती हैं लेकिन कभी-कभी ऐसी गलतियां हमारी life की सबसे बड़ी मुसीबत बन जाती हैं।
आपने ये बात तो सुनी ही होगी कि “इंसान अक्सर पत्थरों से टकराकर गिरता है, पहाड़ से टकराकर नहीं।” छोटी गलती भी एक छोटे पत्थर की तरह होती है जिसकी ठोकर हमें बहुत नुकसान पहुंचाती है। जितना हो सके छोटी गलतियों से सीखें और उन्हें बार-बार न दोहराएं।
हम अक्सर कई बार ये सोचकर लोगों की और खुद की भी गलतियां माफ कर देते हैं कि छोटी सी तो बात थी, ऐसा तो होता रहता है। लेकिन जब वो बात बड़ी बन जाती है फिर उस वक़्त हमें अफ़सोस होता है। गलती भले ही छोटी हो या बड़ी, ये बात हमेशा याद रखना कि गलती तो एक गलती होती है। ये बात वक़्त रहते इंसान समझ जाए तो उससे अच्छी बात और क्या हो सकती है।
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