आचार्य चाणक्य को कौन नहीं जानता, उनकी बनाई हुई नीतियां अगर आज भी हम फॉलो कर ले तो हमें जीवन में बेहतर और सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। चाणक्य की बातों और विचारों को पढ़ने वाले यह जानते हैं कि उनकी बातों का कितना गहरा असर हमारे जीवन में पढ़ता है।
आज की इस पोस्ट में हम आपके लिए चाणक्य के प्रेरणादायक विचार लेकर आए हैं, जिन्हें पढ़कर आपकी सोच और जिंदगी बदलेगी। इन विचारों के साथ-साथ हम आपको उनसे मिलने वाली सीख के बारे में भी विस्तार में बताएंगे ताकि आप उन विचारों को पढ़कर अच्छे से समझ भी सके। Chanakya motivational quotes को एक बार जरूर पढ़ें और शेयर जरूर करें।
Chanakya Motivational Quotes in Hindi
1- “मनुष्य कर्म से महान होता है, जन्म से नहीं।”
यह विचार सीखाता है कि बड़े घर में पैदा होना या बड़े कुल में पैदा होना किसी इंसान को महान नहीं बनाता बल्कि उसके अच्छे कर्म, लोगों के प्रति उसकी अच्छी सोच उसे महान बनाते हैं।
2- “जो व्यक्ति अपने क्रोध और इच्छाओं पर नियंत्रण रखता है, वह दुनिया को जीत सकता है।”

यह विचार इस बात का प्रतीक है कि इस दुनिया को वही व्यक्ति जीत सकता है जो अपने क्रोध और अपनी इच्छाओं पर काबू करना जानता है। बहुत ज्यादा इच्छाएं और छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा, यह चीज है किसी भी इंसान को बर्बाद कर देती है इसलिए इन पर काबू होना बहुत जरूरी है।
3- “अच्छे लोगों का साथ चुनें, क्योंकि संगति ही व्यक्ति को बनाती या बिगाड़ती है।”
जिस तरह बुरे कर्म करने से बुरा फल मिलता है उसी तरह जैसी हमारी दोस्ती या हमारी संगति होती है वैसा ही हमारे व्यक्तित्व बनता है अगर हमारे दोस्त बुरे होंगे तो हम भी वैसे ही बनेंगे क्योंकि हम अपने दोस्तों को देखकर ही चीजों को करते हैं इसलिए अगर आपके दोस्त ऐसे हैं जो आपको गलत काम करने या गलत चीज के लोग चाहते हैं तो आपका व्यक्तित्व खराब होगा इसलिए अच्छे दोस्त चले और साथ ही खुद भी एक अच्छा दोस्त बने।
4- “जो कार्य आज किया जा सकता है, उसे कल पर मत छोड़ो।”
जीवन में सफल होने का एक मूल मंत्र यह भी है कि अपने काम को कभी कल्पना डालें क्योंकि कल कल के समान होता है इसलिए जो काम आज किया जा सकता है और आज करना जरूरी है उसे कभी भी कल पर ना छोड़ें।
5- “कांटों और दुष्ट लोगों से निपटने के दो तरीके हैं। एक उन्हें कुचल देना है और दूसरा उनसे दूर रहना है।”

कांटे हो या दुष्ट लोग यह जब भी चुभते हैं या कुछ करते हैं तो उनका परिणाम बुरा ही होता है। आचार्य चाणक्य इस विचार के जरिए समझाते हैं कि हमें काटो और दुष्ट लोगों को कुचल देना चाहिए या फिर उनसे दूर रहना चाहिए। आज की दुनिया में बुरे लोग बहुत हैं इसलिए उन्हें कुचलना से अच्छा है, उनसे दूरी बना लें क्योंकि कीचड़ में पत्थर मारने से आप ही गंदे होंगे।
6- “आप जिस चीज के लायक हैं, उससे कम पर कभी समझौता ना करें। यह अभिमान नहीं, स्वाभिमान है।”
7- “एक बार जब आप किसी चीज़ पर काम करना शुरू कर देते हैं, तो असफलता से डरो मत और इसे मत छोड़ो।”
सफल होने का एक मूल मंत्र यह भी है कि जब भी आप किसी काम की शुरुआत करें, उसे अधूरा ना छोड़े। यह सोचकर उस काम को ना छोड़े कि आप उसमें सफल नहीं हो पाएंगे बल्कि उस काम में लगे रहे और सफलता आपको जरूर मिलेगी।

8- “एक व्यक्ति जो सबसे बड़ी गलती कर सकता है, वह यह सोचना है कि वह कमजोर है।”
यह विचार सीखाता है कि जो व्यक्ति यह सोचता है कि वह कमजोर है वह जीवन में कभी जीत नहीं सकता। हम दूसरों को ताकतवर मानकर खुद को कमजोर बना लेते हैं और यही हमें दूसरों के सामने हमेशा झुकाता है इसलिए कभी भी यह स्वीकार ना करें कि आप कमजोर हैं बल्कि खुद को हिम्मत दें। यह याद दिलाए की आप में भी वो ताकत है जो दुनिया को अपने कदमों पर झुक सकती है।
चाणक्य के अनमोल प्रेरणादायक विचार
9- “जो समय को पहचान लेता है, वह कभी पराजित नहीं होता।”
सीख: समय ही सब कुछ है और समय को बर्बाद करने वाला हमेशा हार का मुंह देखा है इसलिए समय की कद्र करें, फालतू समय बर्बाद ना करें।
10- “धन, मित्र, पत्नी और राज्य तो वापस मिल सकता है, लेकिन यह शरीर खो जाने पर फिर कभी नहीं मिल सकता।”

सीख: स्वस्थ शरीर ही लंबे जीवन का राज है जिस व्यक्ति का शरीर खराब हो जाता है उसका जीवन खराब हो जाता है इसलिए अपने आप को स्वस्थ रखें। चाणक्य की यह बात याद रखें कि धन, मित्र पत्नी और राज्य, यह सब तो वापस मिल जाएंगे लेकिन आपका शरीर अगर बीमारियों से घिर गया तो फिर कभी नहीं मिलेगा।
11- “कभी भी अपने रहस्यों को किसी के साथ साझा ना करें, क्योंकि यह आपको नष्ट कर सकता है।”
सीख: इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि अपनी हर बात हर किसी को ना बताएं और साथ ही ऐसे राज जो आप नहीं चाहते की दुनिया उनको जाने उन्हें हमेशा छुपा कर रखें। अपने मित्र, परिवार यहां तक की पत्नी को भी उन रहस्यों के बारे में कभी ना बताएं जिनसे आपका जीवन खतरे में पड़ सकता है।
12- “जिस व्यक्ति का आचरण दुराचारी हो, जिसकी दृष्टि अशुद्ध हो, और जो कुटिलता के लिए प्रसिद्ध हो, उससे जो मित्रता करता है, वह शीघ्र ही नष्ट हो जाता है।”
सीख: ऐसा मित्र जो हमेशा चतुराई करता है, चालें चलता है, हमेशा गलत कर्मों में लिप्त रहता है, दूसरों को गंदी नजरों से देखता है। ऐसे मित्र से हमेशा दूर रहे क्योंकि इससे आपके चरित्र का और आपका नाश हो जाता है।
13- “एक व्यक्ति की शक्ति उसका ज्ञान है, और उसका हथियार उसका दिमाग है।”
सीख: ज्ञान ही सब कुछ है, जो व्यक्ति ज्ञानी है वह अपने दिमाग का इस्तेमाल करके जीवन में कुछ भी कर सकता है। अज्ञानी मनुष्य किसी लायक नहीं होता वह सिर्फ बातें कर सकता है और कुछ नहीं।
14- “व्यक्ति को अधिक ईमानदार नहीं होना चाहिए। सीधे पेड़ पहले काटे जाते हैं और ईमानदार लोगों पर पहले शिकंजा कसा जाता है।”

15- “काम भले ही कम करो, पर मन लगाकर करो।”
सीख: चाणक्य का विचार सीखाता है कि हमें हर काम को मन लगा करना चाहिए। जिस काम में हम मन नहीं लगाते वह काम कभी अच्छे से पूरा नहीं होता और ना ही सफल होता है। इसलिए काम भले ही कम करो लेकिन उसे पूरे मन से करो।
16- “मनुष्य को सही समय आने पर ही बोलना चाहिए तभी उसकी बात का महत्व रहता है।”
सीख: सिर्फ बोलने के लिए ना बोले, अगर आप चाहते हैं की लोग आपकी बात सुनें तो बात करने का ऐसा समय ढूंढे जब आपकी बात का वजूद हो और लोग उसे माने। कुछ लोग जरूरत से ज्यादा बोलते हैं, फालतू की बाते करते हैं, ऐसे लोगों की तरह ना बनें क्योंकि उनकी बातों का कोई मोल नहीं होता, कोई उन्हें सीरियसली नही लेता इसलिए कम बोलो, सही बोलो और सही समय पर बोलो।
17- “मूर्ख लोगों से वाद विवाद नहीं करना चाहिए, ऐसा करने से हम अपना ही समय नष्ट करते हैं।”

सीख: मूर्ख व्यक्ति कभी किसी की बात ना ही समझते हैं और ना ही समझने की कोशिश करते हैं क्योंकि मूर्ख व्यक्ति के पास ज्ञान की कमी होती है और वह सोचता है कि जो मुझे पता है वही सच है। इसलिए कभी भी मूर्ख लोगों से वाद विवाद ना करें क्योंकि इससे सिर्फ आपका समय नष्ट होगा और आपको मानसिक कष्ट भी मिलेगा।
आशा करता हूं आचार्य चाणक्य के इन विचारों को पढ़कर आपको कुछ अच्छा सीखने को मिले। ऐसे ही और प्रेरणादायक विचार पढ़ने के लिए इस ब्लॉग से जुड़े रहे।